विभीषण कौन?
यहां की स्वास में हवा है,
यहां के जीवन में पानी है,
पर ये कौन धूर्त है, तुनीर में टूटा हुआ तीर है,
ये मेरा घर है, और घर में विभीषण कौन?
वो चुपके से आ गया है,
किसी की जेब में, किसी के हाथों मेें, किसी के सांसों में,
पर उसे किसी द्वारपाल ने नहीं रोका है,
फिर भी पूछते हो घर का विभीषण कौन?
मेरे गांव का चौराहा खाली पड़ा है,
ग्रामदेवी ने बताया कि साहूकार का लड़का विदेश से आया है,
अपने साथ वो यम के भैंसे को साथ लाया है,
उसे नहीं रोकने वाला विभीषण कौन?
असम्भव को किसने बांधा है,
मुनिया और उसके बाउजी ने लाखो डग दूरी तय की है,
ऐसी संभावना तो कल्पना से भी परे है,
अद्वितीय समाज में ये विभीषण कौन?
आक्रमण से जम्बूद्वीप का इतिहास भरा है,
परन्तु इस बार तो वो आंशिक कल्कि रूप में आया है,
शुद्धि और सुधार, दोनो का पाठ पढ़ाया है,
स्वयं से पूछो, इस विकराल विभीषण का रचाइया कौन?
आनंद
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